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Originally uploaded by Penseye
रिश्ते दिलो के , ये प्रेम की डोरी
बाँधे हैं जिसने ये सारी पृथ्वी
बाटो जो खुशिया जाते है गम भी
रोशन है दुनिया हमारी तुमसे ही
दूरी हो कितनी हो कितने फ़ासले
इस प्यार से जुड़ते है टूटे हौसले
उम्मीद पे इसके की मिलेंगे वो हमको
दिन क्या साल क्या, गुजारी है जिंदगी
एक छोटी सी बात पर, बिगड़ते हालात
छुरी को धार पर हो जब सारे ज़ज़्बात
बंद करके आँखे, बस ढुंढ़ो वो तार
बदल जे तुम्हारे धड़कनो की ताल, हर एक बार
ये पागलो सी बाते, हैं हमने भी मानी
सोचोगे तुम की आख़िर है क्या ये नादानी
है ज़िद ये हमारा , है हमने ये ठानी
रहेंगे उम्रभरहम, बस तुम्हारी ही परेशानी
~
टूटे हैं जिनके ये मन के धागे
हैं किस्मत के फूटे सारे अभागे
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