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Showing posts from September, 2018
कही अगर मौका न मिले  कही अगर रह जाये कहना  कहाँ किसी ने  देखा है  कल  लिस्ट अभी लिखकर है रखना लाल मेरे ये जानो की तुम  माँ के लाड़ले सदा रहोगे पग पग पर माँ साथ रहेगी  जो मेरा कहा कुछ याद रखोगे  मेरी उंगलियो को सबसे प्यारी  तेरी हथेली लाल मेरे  हाथ तेरा धर, उम्र गुजारी  जितनी सी थी , संग  तेरे  मजबूत सहारा, बनना कन्धा  उनका जिनका कोई न हो  प्रेम दया विश्वास लिए  तुम  जीना, यह जीवन जहा रहो  बहना मेरी, मेरी सहेली  काटता है कलेजा  सोच के ही  कैसे तुम रह पाओगी  होगी वीरान से, मेरे बिन  यकी मानना  मैंने तुमको  धोखा कोई  नहीं दिया  यही  तलक था साथ हमारा  धन्य  जो तेरा प्रेम मिला  खाली है दामन मेरा अब मैं  और  कुछ नहीं दे पाऊँगी  मुझे पता है, याद तुझे भी  मैं देर रात में,  बड़ा आउंगी  व्यर्थ नहीं  करना तुम आंसू  यु ही न जागना रातो में  हंसना खिलखिलाना  वक़्त मिले तो  मुझे खोजना बातो में  बहुत सारा कुछ रख जाउंगी  मेरी साड़ी  के अंचल में  पाओगे तुम मुझे बरसता  हर सावन तेरे आंगन में  शब्द मेरे गूंजेंगे कुछ
সে দিন , যে দিন আর থাকযে না কোনো অপেক্ষা চোখ নিমিয়ে , আমি নিয়ে যাবো আমার সঙ্গে, তোমার প্রতীক্ষা আর থাকবে না বাকি হাত ধরে রাস্তায় চলার স্বপ্ন আর বলতে হবে না কেন তুমি আমার আপন সূর্য উঠবে আকাশে আর ফেলবে একি ছায়া , পৃথিবীর গায়ে আমি চলে যাবো কিন্তু রহিবে না, পদচিন্হ এই পায়ে সে দিন, সে দিন রেখে এসো আমায় আবার গঙ্গার ধারে ঠিক সেভাবে যেমন করে এনে ছিলে আমায় এক দিন, তোমার এই ঘরে আমায় রেখে ফিরে জেও যেন সেখানে বসে থেকো না আমি বয়ে যাবো সেই ধারে আর আবার তো ডাকবো না