परिचय

परिचय कोई जो मेरा पूछता है मुझसे
कह देती हूँ बाते मैं न जाने कितनी ही
लेकिन तभीतक जबतक न होता है सामना
मेरा मुझी से, मेरे आईने से
अवाक् सी होकर देखती रह जाती हूँ
भूल जाती हूँ क्या था परिचय मेरा
और क्या तुलना मेरी, इस तस्वीर से

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