जटिल बड़े जटिल सवाल


कई जवाब लेकिन

नहीं कोई सही जवाब

उपयुक्त? लगते से कुछ मुझे

लेकिन, वही बे बुनियाद

जब उन्हें परखो फिर एक बार

भ्रमित, उलझन में खोया सा

मनुष्य, परखते परखते

एक के बाद,एक और जवाब

किसी बिरले की होती है किस्मत भली

की लगता है अंक सही

पहली या दूसरी बार

और समेट मोहरे, मनाता है जीवन का त्यौहार

हम तो उन बचे खुचे लोगो की भीड़ में

जिन्हे बस उम्र भर जवाब ढूँढने हैं.

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