जिंदगी बाँटते हैं
जीवन क्या लम्हों की माला है
जब हम बीते लम्हे चुन लाते है
बीती बाते दुहराते हैं
बातो बातो में नमी कहीं
और पल भर में कहकहे लगाते हैं
ये बात नहीं, सिर्फ साथ नहीं
हम-तुम, जिंदगी बाँटते हैं
जब हम बीते लम्हे चुन लाते है
बीती बाते दुहराते हैं
बातो बातो में नमी कहीं
और पल भर में कहकहे लगाते हैं
ये बात नहीं, सिर्फ साथ नहीं
हम-तुम, जिंदगी बाँटते हैं
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