तस्वीर सी बनकर
दिल मे जो उतर जाये
खुश्बु सी जो भट्के
बिन कहे मह्का जाये
सासो सी बस बिन कहे
आये और जाये
जो हो तो बस हो, न हो तो
कम्ब्ख्त जान निकल जाये
ये इश्क है तुम्हारा
ये जिन्दगी हमारी
अब इससे आगे बोलो
जाये तो कहा जाये

Comments

Popular posts from this blog

मर्यादा

प्रेम - तलाश ख़त्म

वट सावित्री