परंतु, मा


कर चुकी क्षत विक्षत, सृष्टि का सर्वनाश
धड़कते दिलो को बंद, भविष्य का विनाश
अब तो कृपा करो, मुझ तुच्छ काय पर
परंतु, मा

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