दोस्तों से दूरियों के दायरे हैं क्यों?
दरकिनार हम तुम्हारे आसरे है क्यों
कहने को दिल से दिल की हरेक डोर बंधी है
छोटी सी कायनात, फिर है फासले हैं क्यों

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