एकबार जिंदगी मिल जाये
फिर उसको गले लगा लूँ
एकबार रौशनी मिल जाये
झोली भर खुशिया चुन लाऊं
कुछ रखूँ कुछ मैं बाटू भी
इतना तो मुझे हक़ है
पर इतनी देर हुयी अब तो
तकदीर पे भी शक है
तुम कहो मुझे कुछ तुम्हे कहूँ
कोई और कही न हो
साथ साथ दिन रात रात
ये सौतन भोर कभी न हो
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