क्या कहूँ इसको
परेशानी या हैरानी
पागलपन या दीवानगी
भूख, नींद या प्यास
अनिद्रा या एहसास?
क्या कहूँ ऐसा
जो पहले कहा नही गया
लेकिन किसी भी एक शब्द से
व्यर्थ ही वर्णन किया
बेचैनी ये उदासी
कभी भीगी हुई हँसी
नही आसान
नही मुश्किल
जमाने भर की बिरानी
मे फँसा दिल

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