किसी ने रखा है तुम्हे

छिपाकर सबकी नज़रो से

नज़र में

देखा करता है अक्स

हवा बादल चाँद

हर घड़ी पहर में

 

थामे दिल करके

धड़कनो की चाल धीमी

तनहा शहर में

 

ढूंढता है रखता है यकी

की वक़्त है अभी

दुआओ के असर में

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