कल.

थोड़ी सी ज्यादा

हो गयी थी

तेरे नशे की सरगर्मी

मदहोशी से बढ़कर थी

आज आंख नहीं खुलती

अलसायी सी हूँ

चुस्कियो में कहा पता चला

इतनी ज्यादा हमें

चढ़ गयी थी

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