न
बैंड न बाजे
न सेहरा न घोड़ी
फिर भी वक़्त पे आकर
हाथ थाम लेना
प्यार
नहीं तो और क्या है
न फूल न तोहफे
न वादे न सिफारिशें
फिर भी
पर्वतो से अडिग , निभाना
प्यार , और क्या है.
न रोना न तड़पना
न ही झूमना हो चंचल
न कुछ दिल की कहना
बस, करते
चलते जाना
राह एक, राह सीधी
तेरे दिल से
मेरे दिल की
प्यार
ही तो है
Comments