ख़तम हो गए सारे बहाने
सुन मेरे पागल दीवाने
और तुझे फुसलाऊं कितना
बातो से उलझाऊँ कितना
मेरे किस्से बोर हो गए
तेरे वादे शोर हो गए
इश्क़ विष्क की ख़तम मुरादें
पर तेरे अब भी वही इरादे
छोटी मोटी कौन करे अब
चल बड़ी कोई दीवार गिरा दे
सुन मेरे पागल दीवाने
और तुझे फुसलाऊं कितना
बातो से उलझाऊँ कितना
मेरे किस्से बोर हो गए
तेरे वादे शोर हो गए
इश्क़ विष्क की ख़तम मुरादें
पर तेरे अब भी वही इरादे
छोटी मोटी कौन करे अब
चल बड़ी कोई दीवार गिरा दे
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