हमें करनी थी मुहब्बत
मिले जज़्बात ख़ुदाया
उफ़ ये वफ़ा की सिद्दत
क्या हालात ख़ुदाया
निगाहें यार की पनाह
ताउम्र, गुमराह ख़ुदाया
हमीं इश्क़ तुम्हीं इश्क़
जहाँ, ख़ाक ख़ुदाया
मिले जज़्बात ख़ुदाया
उफ़ ये वफ़ा की सिद्दत
क्या हालात ख़ुदाया
निगाहें यार की पनाह
ताउम्र, गुमराह ख़ुदाया
हमीं इश्क़ तुम्हीं इश्क़
जहाँ, ख़ाक ख़ुदाया
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