कहाँ जा रहे हो?
जरा तुम बताओ
ये लहरों में बहते,
क्या किरणों के पीछे?
क्या तुमको पता है ,
कहाँ है किनारे ?
क्या तुम जानते हो,
प्रकृति के इशारे?
बड़े मस्तमौला मगन
 तुम हो दिखते
है पानीयो से ,
 कुछ गहरे से रिश्ते?
बड़ा मनचला सा,
 मेरा भी मन है
चलो संग अपने,


 मुझे भी ले जाओ?

Comments

Popular posts from this blog

मर्यादा

वट सावित्री

प्रेम है