मेरी खामोशियाँ कमजोरियां?
कतई नहीं
कुछ प्रेम कुछ सम्मान है
कुछ मर चुका अरमान है

कुछ सांस लेते ख़्वाब हैं
कुछ हैं दबी चिंगारियां
कुछ आहटें हैं बसंत की
कुछ सांवली  परछाईयाँ

Comments

Popular posts from this blog

मर्यादा

वट सावित्री

प्रेम है