कह गए हैं बड़े बुजुर्ग
इहाँ सब धरले रह जायेगा
अबके सावन भी न बरसे
त शोख रहले रह जायेगा
उम्र बीतेगी और सारा सपना
नोर के संग, बहले बह जायेगा

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