परिवर्तन आता है
धीरे धीरे
एक किरण हलकी सी
लेकर भोर
आती है
चिलचिलाती धूप भी
और भरती है
बादल की गोद
और धरती का
आँचल भी
तो बस
एक किरण आशा की
एक दिया
उम्मीदों का
रखो जलाये
चाहे हो जितने भी
आंधी और झंझावात
कुछ भी नहीं ठहरता
चलता रहता है
सब यु ही
बस ऐसे ही
तो फिर?
जानलो
परिवर्तन आएगा
निश्चित है
आएगा

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