अंधियारी कारी रतियाँ 

तो तेरी भोर भी तू ही 

नैनो की भीगी बतियाँ 

मन का शोर भी तू ही 


न हुआ है, न कोई होगा 

जो तेरी राह बन जाए 

ये डगर, ये सफर 

कदम और मोड़ भी तू ही 

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