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Showing posts from December, 2013
तस्वीर सी बनकर दिल मे जो उतर जाये खुश्बु सी जो भट्के बिन कहे मह्का जाये सासो सी बस बिन कहे आये और जाये जो हो तो बस हो, न हो तो कम्ब्ख्त जान निकल जाये ये इश्क है तुम्हारा ये जिन्दगी हमारी अब इससे आगे बोलो जाये तो कहा जाये
है भर दिया ये दामन,पूरा हुआ ये जीवन बस आने से तुम्हारे,है अखिल जग पावन लगकर गले और झाककर बस मेरी अन्खो मे रुत हर एक सजा दी, जहा बरसते थे सिर्फ़ सावन