As a creative, I constantly and painstakingly crave to find or create that poem, that story, that dance or that song ...., which will eventually depict the true state of my mind and heart. The mind and heart and the souls which goes on bearing the deepest pain and agony of love known to humankind...
मर्यादा
मीरा की छाती धौंकनी सी चल रही हैं, टांगो के बीच है फंसा एक यन्त्र और स्क्रीन पर नजरे टिकाये नर्स. जिसका डर है, वही बात है. मीरा की ही धड़कनो की एक प्रतध्वनि से कमरा गूँज उठा है. बधाई हो , बिलकुल नार्मल और हैल्थी प्रेगनेंसी है धड़कने और तेज़, गर्दन टेढ़ी कर स्क्रीन पर देखती है. एक काला धब्बा छोटा बड़ा हो रहा है , कुछ अंक इर्द गिर्द डूब उभर रहे हैं। कौन है ये ? इसको जीवन कहूँ या नहीं ? ह्रदय विचलित है और आंखे भर भर उलझ रही है। नर्स चुपचाप अपना काम कर रही है , उसकी तो दिनचर्या है। २ घंटे के बाद मीरा का नम्बर आया था , उसके पहले न जाने कितने और शरीर और कितनी और धड़कनो की चित्र आंक चुकी है आज ये मशीन. किर्र किर्र की आवाज और मीरा के हाथ में एक तस्वीर थमा देती है. मीरा अनायास उसे ले लेती है. अब आप चेंज कर लीजिये और डॉक्टर से मिल लीजिये। मशीन अब नहीं है टांगी के बीच लेकिन और भी बहुत कुछ तो है ? क्या करूँ ? कैसे कहूँ ? उसने तो कह ही दिया था, उसी दिन. " जाओ देख लो, जो करना है. " इको होती रहती हो वो ठंढी आवाज और उसका किया एक फैसला मीरा के ज़ेहन में.. " मुझे ये प्रेगनेंसी टर
Comments