Posts

Showing posts from September, 2019
कौन कम्बख़्त कहता है कहने को उनसे चाहत ज़बान का इल्म होना है और लब्ज़ो की ज़रुरत निगाहें झुक के उठ के और झिझक कर जो मुड़ेगी भला क्या उनसे मेरी धड़कने ख़ाक छिपेंगी उंगलिया कभी बालो से कभी कंगन से उलझी इतना सा ही काफी हो और तुमने बात समझी कदम जो मेरे लड़खड़ाते से रुके हैं क्यों हम बेवजह दीवारों पे टिके है छिपाते हैं क्या, क्या कहते है  तुमको पता है ठिठक कर रूह के रिश्ते , तुम्ही से आ जुड़े हैं 
सपने जो ज़रा से कोने में ,पड़े होते हैं रोजमर्रा की भाग में अनसुने से, धरे होते हैं टकटकी लगाए बाट तकते हैं फिर भी होने को कभी पूरे सांसे लेते हैं फिर भी सुना है, ज्यादातर वैसे घुट कर मर जाया करते है अंधेरो में , अर्सो पर सड़ जाया करते हैं चिताये भी उनकी कही नहीं कोई सजाता  है जिंदगी यु ही कटती है हर लम्हा यु जाया है
Image
And then the fear creeps in Sending chills through spine Making it curl and bend Almost, turning me into a worm Making me want to hide in a shell That I do not have I slither around Helplessly, looking  For that assurance That confirms, you are ok You will be ok Because music still plays But no The fear  Now making lumps in my throat And then rolling right through my eyes Staining my face in kohl That I had carefully put into my eyes Beholding the vast emptiness inside The vast emptiness inside As I apply, in my eyes Covering those vast emptiness inside
कारवां यादों का गुज़र गया कब का ना जाने कयों एक छोटी सी, याद रह गयी पीछे बिछड़ी सी, सहमी सी करती है इल्तज़ाह बस कुछ इतनी छुपा लो तुम मुझे इन बिखरे हुए ख्वाबों में कहीं रो लूंगी इन सबके संग मैं हंस लूंगी इन सबके संग मैं बस रह लूंगी इन सबके संग मैं ना करूंगी शिकायत कभी ना होगा कभी शिकवा कोई बस छुपा लो तुम मुझे अपने आस पास यहीं कहीं kaho kahan se churaya!
My real world I warned you Protected you and shielded you For long Prohibiting the collide with my alternate one The same one where the moon and sun Both ruled the sky And colors dripping took every breath away The one, where birds chirped Butterflies fluttered And music went on Endlessly Playing every string of my heart But then They vanished Because they always do Now the sky stares lonesomely On the trees barren The noise fills my head While music fades away And with it Goes my heart That I never knew I had
Image
खुद ही सपनो ने फिर रंग भर लिए नींदो के कारवां ने सफर चुन लिए सरफिरी कुछ दीवानगी का असर है एकतरफ़ा मेरा नासमझ ये वहम है शायद किसी दिन मैं सपनो से जागकर कहाँ जाऊंगी तन्हाई से भागकर न होंगे तुम, न होगी कोई तसल्ली बस बारिशे बारिशे बारिशे बारिशे रात भर
Image
खुद अपनी राह रोक ले जो  उससे बड़ी, फिर दीवार नहीं  हराके खुद को बार बार , न माने हार  जो सौ दफा, वो हार... हार नहीं
Image
खो गए हैं रंग सारे ग़ुम है आवाजें कही अब यारो... जहाँ इतनी गयी हैं वहां, एक और सही
दिल कहाँ छोड़े कभी  बचपन की गलियां  दिन वो अल्हड़पन के  और सखियों संग अठखेलियां  जिन्दा हैं कही वो आग  अभी उम्मीद जीने में  तभी तो है अभी भी ख्वाब  और परवाज घायल परिंदो में 
तुमने बात कही या नहीं लेकिन वो सारी की सारी तितलियाँ, अब आकर मेरे कमरे में भर गयी हैं इन्हे या तो आकर ले जाओ या, फिर तसल्ली कर लो की तुम न सही, तुम्हारी बातो की तितलियाँ तो हैं न मेरे साथ?